Tuesday 5 January 2016

जिन्दगी का फलसफा

नादान दिल कटे पंख के बावजूद उड़ना चाहे,
वक्त रेह-रेह के वजूद का एहसास दिलाए |
सब कहे गुजरा कल भूल आगे चलो,
फिर खुद ही जख्म के घाव खुरेदे वो |
चाहूँ न कि पुराना कुछ याद आऐ,
पर ये दुनिया भुलाते हुए भी याद कराऐ |
क्युँ न जिन्दगी आती एक हिसाब के किताब के साथ,
न होता कोई शिकवा न गिला न होती कोई गलत बात |
जिन्दगी का फलसफा है जाने कितना कठिन,
इसे समझना क्या कभी होगा मुमकिन |
न जाने कैसे थे वे ऋषि-मुनी जीवन चक्र इतनी आसानी से भूझ लेते थे,
बिना किसी परेशानी के जी कर फिर मोक्ष को हर लेते थे |
कभी लगता बड़ा आसान है एक खुली किताब की तरह,
कभी उसी किताब के पन्नो में खो जाऊ भूलभुलईयी की तरह |
जाने मेरे जीवन में वो पल कब आऐगा,
जब जिन्दगी का यह फलसफा मुझे समझ आऐगा |
दो पल ही सही, चक्का चला कर सही जिन्दगी का, उसे पूरा कर लूगी मैं,
जाने कब वो किनारा छू सकूगी मैं |

Monday 4 January 2016

गुरू को नमन

गिनी जाऐ वो कौन सी सदी,
न जिसमे गुरू का बखान हुआ हो |
बताऊ वो कौन सा कार्य,
न जिसमे गुरू का स्थान आया हो |
एक मनुष्य के जन्म से ही शुरू हो जाती है,
गुरू शिक्षा के शब्दो का महत्व |
जीवन के हर पन्ने सिखाता समझाता गुरू,
चिकने घडे़ से इन्सान को परिपक्व बनाता है गुरू |
चाहे किसी भी मकाम में पहुचे मनुष्य,
हर सफलता के पीछे नीव बनाता है गुरू |

एक दिन है समर्पित पूर्णतह गुरू के चरणों में |

आज की पीढ़ी चाहे न बन पाऐ एकलव्य,
पर आज भी हर गुरू ने साथ दिया शिष्या का द्रोणाचार्य सा |

MY WORDS

Words, words, words, a way to express,
One can show up a lot, either sorrow or happiness.
Advised before speaking to think once,
Words when club together, frame sentence.

Words of praise, words of jealously,
Words of assault, words of agony.

It hurts when words are used in wrong way,
Hard to correct it, after you say.
Relations can be build or broken,
The way words are spoken.

It was not meant, unintentional too,
My apologies, for my words have hurt you.